वो लड़का हँसता है… पर हँसी में दर्द छुपा होता है,
हर मुस्कान के पीछे एक तूफान दफ़न होता है।
लोग कहते हैं "मज़ाक मत कर यार",
पर किसी ने उसके ज़ख़्मों को पढ़ा ही नहीं यार…
घर जहाँ प्यार होना चाहिए था,
वहाँ सिर्फ तानों की बारिश होती है।
हर सुबह एक नया इल्ज़ाम मिलता है,
हर रात सिसकियों में गुजरती है।
"तू कुछ नहीं कर सकता", ये शब्द अब आदत बन गए हैं,
जैसे दिल में किसी ने नाकामी की मुहर लगा दी है।
माँ की गोद जो कभी जन्नत थी,
आज वहाँ भी सवालों की तलवार चलती है।
कोशिश करता है समझाने की…
पर जब सुनने वाला ही न समझे, तो आवाज़ भी घुट जाती है।
पलकों के नीचे समंदर छिपा है,
पर कोई नहीं पूछता – "सब ठीक तो है ना बेटा?"
वो अब रिश्तों से डरता है,
प्यार से नहीं, उम्मीदों से डरता है।
क्योंकि हर उम्मीद ने उसे गिराया है,
और हर बार वो अकेले ही उठ पाया है।
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शब्दों से ज्यादा उसकी आँखें बोलती हैं,
वो लड़का टूटा हुआ है… पर फिर भी सबसे मज़बूत है। 🖤🥀