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🌸 "सूरज की किरणें तेरे चेहरे पे मुस्कान लाए, हर सुबह तुझे नई उम्मीदों का पैग़ाम लाए। खुश रहे तू हर पल इस जहां में, तेरी हर सुबह तुझ पर एक नया एहसान लाए।" 🌞 सुप्रभात! आपका दिन शुभ हो। kajal Thakur 😊
"चाँदनी बिखरी है तेरे ख्वाबों की राहों में, सितारे रखे हैं मैंने तेरी पनाहों में। सो जा अब सुकून से तू इस रात की बाहों में, दुआ है मेरी—सवेरा हो तेरी मुस्कानों में।" शुभ रात्रि! 🌙✨ kajal Thakur 😊
तारों सी झिलमिल ये शाम हो गई, तेरे चेहरे पे भी मुस्कान हो गई। चलो भूल जाएँ हर बात उदासी की, शाम ढलते ही फिर से एक नई शुरुआत हो गई। kajal Thakur 😊
घाघरा में रंगों की बारात लिए, ओढ़नी में जैसे रेत की बात लिए। कंगन खनके, पायल बोले, राजस्थानी लिबास में इतिहास डोले। चुनरी की छाँव में शर्माए बदन, जैसे मरुधरा में खिल उठे सावन। ये पोशाक नहीं बस कपड़ों की बात, ये है राजपूताना रिवायत की सौगात। khammaghani saa🙏 kajal Thakur 😊
जहाँ भी पड़े संकटों की छाया, वहाँ नाम लो बस हनुमंत का माया। भक्ति हो जिसमें सच्चा विश्वास, वो ही पाए हनुमान का साथ हर बार खास। जिनकी लाठी में है लाखों की ताक़त, जो जलाए लंका बिना किसी आघात। राम के दूत, वीर महाबली महान, सदा करो जय जय श्री हनुमान! 🙏 kajal Thakur 😊
सीना चीर के दिखाया था जब प्रेम राम के प्रति, वो भक्ति नहीं, वो तो था हनुमान का जीवन सच्चा रीत। जिनके नाम से डरते हैं भूत, पिशाच और संकट भारी, ऐसे संकटमोचन को मेरा बारंबार प्रणाम है न्यारी। 🔥 बजरंग बली के नाम से जलते हैं अंधकार, जहाँ भी हो संकट, वहीं होते हैं वो तैयार। राम के सेवक, शक्ति के सागर, ज्ञान के खान, जय हो अंजनी पुत्र, पवन पुत्र हनुमान! 🙏🙏 kajal Thakur 😊
My new story
ढलता हुआ सूरज भी ये पैगाम देता है, हर शाम का रंग नया इंतज़ाम देता है। ज़िंदगी के सफर में जो ठहराव लाए, वो ही तो शाम हमें सुकून सिखाए। गुड ईवनिंग! kajal Thakur 😊
"ब्रज नगरी की पावन धरा" ब्रज की धरा है अनोखी, हर रेत कण में है राधा की लोकी। मथुरा की गलियों में गूँजे नाम, श्याम-सुंदर की बांसुरी का काम। यमुना किनारे लहरों की तान, भक्ति में डूबा हर एक प्राण। बरसाने की होली, वृंदावन की रात, प्रेम के रंगों में डूबा यह साथ। कदम-कदम पर मंदिरों का जाल, जहाँ हर कोई बन जाता है गोपाल। घंटियों की गूँज, मृदंग की ताल, भक्तों के मन में उमड़े उछाल। गोपियों का श्रृंगार, माखन की चोरी, हर कथा में छुपी है एक प्यारी कहानी। नंदलाल की लीलाएँ हैं अनगिनत, ब्रज की महिमा है असीमित। जो एक बार यहाँ चला आता, वो लौटकर भी दिल यहीं छोड़ जाता। क्योंकि ब्रज की ये पावन धरा, हर आत्मा को कर देती है सदा खरा। राधे राधे 🙏 kajal Thakur 😊
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