मैं अपनी मां के लिए क्या लिखूं...🙃...
जिसने खुद मुझे लिखा हे इस दुनिया में लाने के लिए उनके लिए क्या लिखूं...🙃...निशब्द हूं...🙃...जितना लिखु उतना कम हे....🙃....वो मुझे लिखने की कलम और मैं उसके हाथ से लिखा हुआ शब्द हूं....
Happy Mother's Day
- SADIKOT MUFADDAL 《Mötäbhäï 》