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वो लब्ज़ कहां से लाऊं जो , तुझको मोम कर दे.. मेरा वजूद पिघल रहा है तेरी बेरुखी से...!! - Soni shakya
गुजर जाते है , खुबसूरत लम्हे यु ही,,, मुसाफ़िरों की तरह....!! यादें वही खड़ी रह जाती है बस,,, रूके हुए रास्तों की तरह...!! - Soni shakya
चल ऐ जिन्दगी ..! थोड़ा और चले बस...!! अगले मोड़ पर सुकुन होगा..!! - Soni shakya
रूह तक रूला गया वो 'शख्स'जो कहता था, मुझे तुम्हारी आंखों में आसूं पसंद नहीं ..!! - Soni shakya
सारा दिन गुजर जाता हैं खुद को समेटने में, फिर रात को उसकी 'यादों' की हवा चलती है और हम फिर बिखर जाते हैं...!! - Soni shakya
"जो आपको नहीं समझते उन्हें बिल्कुल भी मत समझाइए.. समुद्र खारा है, खारा ही रहेगा उसमें शक्कर मत मिलाइए".. - Soni shakya
""Never stop learning , becouse.. life never stops teaching."" - Soni shakya
सबके हो गये मगर ,खुद के ना हो सके हम.. अपनी जिंदगी के गमों को, अश्कों से ना धो सके हम.. पेड़ लगा दिया मोहब्बत का ,सबको छांव देने के लिए .. अपने दिल की बंजर जमीं पर,एक पौधा भी ना बो सके हम .. - Soni shakya
अधुरी है मोहब्बत, तो दास्तां बनी..! कैसे बनती शायरी, गर मुकम्मल होती तो..!! - Soni shakya
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