कुछ सरल...
कुछ सहज ...
है वह सब अनेरी...
सबसे प्यारी मेरी प्यारी बेटियां
मेरे लिए है कितनी फिक्र करती
मेरी आंखों के छुपे हुए आंसुओं को वह पहचानती
मुझे सब बातें बतलाती और कभी नहीं है मुझसे वह रूठती
कितनी प्यारी मेरी कितनी सुंदर मेरी प्यारी बेटियां
मेरी खुशी में खुश और मेरे गम को
अक्सर वह अपनी बातों से हल्का करती
मेरी प्यारी बेटियां ...
मैं हूं कितनी भाग्यशाली कि मुझे दी कान्हा जी ने इतनी सारी प्यारी बेटियां मेरी प्यारी बेटियां
कभी मेरे लिए फूल लाती तो कभी लाती मेरे लिए पूरा गुलदस्ता कभी मेरे लिए मीठे जामुन लाती तो कभी मेरे लिए लाती मम्मी के हाथों का बनाया हुआ पेंडा
तो कभी लाती मीठे बेर तो कभी लाती वह खट्टी मीठी इमली
अपनी बगीचे का पहला फूल मुझे देती
तो अपनी खेत की पहली फसल का हिस्सा भी मेरे लिए लाती इतनी फिक्र करती है वह मेरी
मुझे बुखार है यह मेरी आंखों से देखकर पता लगा लेती
मैं छुपकर रोई हूं वह मेरी आवाज से वह जान लेती
कुछ सरल ...
कुछ सहज ...
परियों से भी प्यारी और
फूलों से भी कोमल
सबसे प्यारी मेरी बेटियां
मेरी प्यारी बेटियां
जय श्री कृष्ण 🙏🏻