मैं एक प्राइमरी अध्यापिका हूं l मैं दिल्ली में रहती हूंl शुरू से ही पढ़ने, पढ़ाने में मेरी रूचि रही है l अपने मन के भावों को कविता, कहानी का रूप देने का यह मेरा छोटा सा प्रयास हैl आप सभी मेरी रचनाओं को पढ़ मेरा मार्गदर्शन करें, जिससे मेरी लेखनी को सही दिशा मिल सकेl

इतना भी आसान नहीं
कहना किसी को अलविदा
चाहे वो निर्जीव वस्तु हो या इंसान।
वर्ष 2022 कहने को है एक साल
लेकिन इस एक वर्ष में इसने हमें दी
365 दिन अपनों संग जीने की सौगात।
कई बार गम में आंखें जब डबडबाई
अगले ही पल देकर खुशियां की वजह
तुमने कर दी उसकी भरपाई।
ऐ जाते हुए वर्ष! मुझ पर तेरी नेमतें नहीं है कम
कैसे करूं मैं तेरा शुक्राना
दिया तूने मुझे खट्टे मीठे अनुभवों का अनमोल खजाना।
लेकिन यही है इस प्रकृति का नियम
जो आया है आज, वो जाएगा कल
जाने वाले की बस यादें रह जाती है,यह सत्य है अटल।।

-Saroj Prajapati

Read More

मत रखो दिल पर ज्यादा बोझ
समय रहते मन की गांठें खोल
अपना होगा तो समझ ही जाएगा
वरना दिखावटी अपनों की
भीड़ से एक कम हो जाएगा।

-Saroj Prajapati

Read More

प्रयत्न रूपी चाबी से आज नहीं तो कल
सफलता रूपी ताला खुल ही जाएगा
बस थामकर रख धैर्य और संयम का हाथ
परिश्रम तेरा जरूर रंग लाएगा।।

-Saroj Prajapati

Read More

दुनियादारी की समझ किसी किताब को पढ़कर नहीं
अपितु जिंदगी में मिले विभिन्न अनुभव से आती है।।

-Saroj Prajapati

कुछ शौक पालिए थोड़ा शौकीन बनिए
अपने ख्वाबों में हकीकत के रंग भरिए
टूट जाए कब सांसों की डोर इससे पहले
अपने मन की भी हर इच्छा पूरी करिए।

-Saroj Prajapati

Read More

कुछ कोमल अहसास, कुछ अनकहे जज्बात
दिल पर छाया है आजकल एक अजब सा खुमार
आंखें हर पल उन्हें देखने को तरसती है
आए सामने वो तो धड़कनें बेइंतेहा शोर करती हैं
कोई कुछ तो समझाइए इस दर्द ए दिल की दवा बताइए..!!

-Saroj Prajapati

Read More

आकर्षण से शुरू हुआ प्रेम गर दिल से जुड़ जाता है
फिर दो दिलों का यह बंधन उम्र भर साथ निभाता है।।

-Saroj Prajapati

बहुत ही सरल है जिंदगी का गणित
जैसा तुम दोगे इसे वैसा ही जिंदगी
ब्याज सहित लौटाएगी तुम्हें एक दिन।

-Saroj Prajapati

Read More

सफलता रूपी कठिन मंजिल तक
आत्मविश्वास व परिश्रम रूपी रथ पर
सवार होकर ही पहुंचा जा सकता है।।

-Saroj Prajapati