**एक बाप**
बाप की छाँव में बेटा पलता है सदा,
प्यार का वो आलम रहता है सदा।
बेटे की हंसी से बाप का चेहरा खिले,
खुशी का सागर उमड़ता है सदा।
बाप के कंधों पे बेटा चढ़ता है जब,
आकाश की ऊंचाइयों को छूता है सदा।
बेटे के लिए बाप हर ग़म सहता है,
चुपके से आंसू वो पीता है सदा।
बाप की सीख है बेटे का रास्ता,
जीवन का सच वो सिखाता है सदा।
बेटे की राहों में बाप की दुआ,
हर कदम पे साया वो चलता है सदा।
बाप का त्याग है बेटे की नींव,
उसकी मेहनत रंग लाती है सदा।
बेटे का सपना है बाप की दुनिया,
उसमें बसी हर खुशी गुनगुनाता है सदा।
बाप के चेहरे की झुर्रियां बताती है,
बेटे के लिए वो जिया है सदा।
बेटे की गलतियों को वो माफ कर दे,
दिल से उसे सही रास्ता दिखाए सदा।
बाप की हर सीख हैं बेटे का खजाना,
सीख का वो दीप जलाता है सदा।
बेटे के आंसू हैं बाप का दुखड़ा,
उसकी खुशी को तरसता है सदा।
बाप-बेटे का रिश्ता है अनमोल सदा,
किसी का भी ये बंधन न छूटे ये दुआ है सुहेल की
हर बेटा बने बाप का गर्व एक दिन,
हर बाप ये उम्मीद रखता है सदा ।
सुहेल अंसारी(सनम)
suhail.ansari2030@gmail.com