कुछ लोग ऐसे हमारी जिंदगी मे मिलते हैँ
की रिस्तो को बोझ समझ लेते हैँ
फिर भी रिश्ते को खत्म नहीं करते
जब तक आप थक कर कह ना दे
के अब बस...
रिस्ता यही ख़त्म करते हैँ
ताकि इस टूटे रिश्ते का
इलज़ाम भी आप पर वो रख कर
खुद खुश होकर किसी और के साथ रिस्ता बना सके...
- SARWAT FATMI