नव वर्ष २०२५
आया है नव वर्ष लेकर नव नव खुशियों
का उपहार संग गुलाब सुवास । रवि की सहस्त्र
किरणों ने बनाया नव वर्ष खास।
जगी जन जन में फिर से अंतिम दिन साल के
इंतजार का ख्वाब संग मिला जीने की आस।
होत प्रातः शुरू हो गया शुभ कामना संदेश
और बधाईयों का आदान-प्रदान। मगन हुआ
खुशियां बांटने में घर परिवार संग सकल जहान। लेवें कुशल मंगल खबर खैरियत सबकी
देते लेते शुभकामनाएं एवं बधाइयां अशेष।
नव गुच्छ पुष्प गुलाब या फिर कलियां का
देकर उपहार प्रिय जन भाई बहनों सह
घर परिवार सकल संसार। मनाते सबकी
कुशल मंगल कामना खाते पीते और खिलाते हलवा खीर पूरी मेवा प्रसाद मिष्टान्न।
मिट जाते हैं राग द्वेष और बैर भाव वैमनस्य
क्लेश । होता है संचार प्रेम पूर्ण नव हास नव
आस बन जाते हैं सुखमय आनंद मय परिवेश।
कोई मनाते नव वर्ष पूजा पाठ करके
घर आंगन चौबारे मंदिर गुरुद्वारे। कोई करते
आयोजन भाई बहन बंधु सखा अपनों संग
पिकनिक पार्टी शारटी। होती भोजन व्यंजन
और हलवा खीर मिठाईयों की पार्टी।
बजते आधुनिक गीत या मंगल गीत और फिर
भजन-कीर्तन हरि बोल।
गाते नव वर्ष मंगलमय वेला में सब मिलकर
बधाई गीत श्री राधे कृष्णा जी की जय बोल।
इस तरह सकल संसार मनाते नव वर्ष
दिवस स्मरणीय बनाते गाकर अद्भुत गीत।
ना रहता कोई भेद-भाव की भावना आज
हुआ आगाज आज विश्व बंधुत्व का और
बने सकल संसार मन मीत प्रीत।
करे मंगल कामना अकिंचन अधम दासी
लिए मन मुदित हर्षित हो जन जन जग उद्धार।
बारिश होवे श्री राधे कृष्णा जी की अपरिमित।
गाओ भाई बहनों बंधु सखा संग मिलकर जी।
मनाओ खुशियां शुभ नव वर्ष पर आज दो बधाईयां हजार लख लख बार।
जय जय श्री राधे कृष्णा जी।
प्रणाम कोटि-कोटि बार।
वंदन करो स्वीकार ले लो हमें शरण में
रखो बनाकर सेवादार ।
जय जय श्री सहस्रबाहु नारायण
बद्रीनाथ धाम वाले दो सबको आशीष
वरद हस्त बढाना दया दृष्टि बनाए रखना
बने नव वर्ष पाकर ज्योतिर्मय जीवन जन जन में भरे रहे तेरी बख़्शिश।
- Anita Sinha