विषय : तू अकेला है।
जब जब तू लोगो को सच्चाई का आइना दिखाएगा,
तब तब तू अकेला है,क्योंकि तू सच्चा है।
जब जब तूने अपनो के असली रंग को परखा होगा,
जब जब तूने हर रिश्ते की सच्चाई जानी होगी,
जब जब तेरे भरोसे को कुचला गया होगा,
हा......तब तक ..... हा तब तक...
तू अकेला है क्योंकि तू सच्चा है।
जब जब तूने खोखली दुनिया को जाना होगा।
जब जब तूने दुनिया के सामने हथियार ना रखके,
सच की लड़ाई लड़ी होगी।
हा......तब तक ..... हा तब तक...
तू अकेला है क्योंकि तू सच्चा है।
जब जब तूने लोगो को मौका दिया बदल जाए,
पर वे कभी नही बदले,
और जब तुमने हाथ छोड़ दिया तो गुंहेगार भी तुम्ही कहलाए।
हा......तब तक ..... हा तब तक...
तू अकेला है क्योंकि तू सच्चा है।
जब जब तू बे फालतू सहेगा, ये दुनिया तेरे माथे पर नाचेगी,
यही जब जब तू उसको उसकी सही जगह दिखा देगा,
तो तुजे यह इंसान समझा जायेगा।
हा......तब तक ..... हा तब तक...
तू अकेला है क्योंकि तू सच्चा है।