“जग ने छीना मुझसे मुझे जो भी लगा प्यारा
सब जीता किये मुझसे मैं हर दम ही हारा

तुम हार के दिल अपना मेरी जीत अमर कर दो
होंठों से छू लो तुम मेरा गीत अमर कर दो”
🙏🏻

Hindi Shayri by Umakant : 111943208
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