अधूरी
कितना आसान है किसी का हो जाना।
मुश्किल है किसी का होकर बस उसी का रह जाना।
हमने तो इस दो दिन के प्यार वाली दुनिया में बस उसी को अपना माना ।
लोग पूछते है वो कौन है जिसे मैंने न पाकर भी सिर्फ अपना माना।
कहते हैं न कि कुछ कहानियां अधूरी ही अच्छी लगती हैं।
तुझे खोना ही मुझे अब मेरी तकदीर लगती है।
ओए सुन तू ही था और तेरी जगह मैं किसी और को नहीं दे सकती हूं।
तुझे पुकारती तो हूं पर तेरा नाम न ले सकती हूं।
तेरी यादों में क्यूं जीना है शिकायत भी तुझसे करती हूं।
यारा कौन तुझे यूं ही प्यार करेगा जैसे मैं करती हूं।
Srishti Tiwari Shaan