विश्वास
विश्वास वह शक्ति है, जिससे उजड़ी हुई दुनिया में भी प्रकाश किया जा सकता है । इसलिए दूसरों के द्वारा आप पर किए गए विश्वास की रक्षा अपने प्राणों से भी अधिक करनी चाहिए। जब रिश्ता होता है, तो विश्वास भी होता है। और विश्वास कभी टूट जाए तो क्या दोबारा किसी पर विश्वास करना गलती तो नहीं क्या विश्वास दोबारा बनाया नहीं जा सकता? अगर हम एक दूसरे को बेइंतेहा प्यार करते हैं, तो विश्वास भी कायम किया जा सकता है। क्योंकि कहते हैं विश्वास पर ही पूरी दुनिया टिकी हुई है, क्यूंकि रिश्तो में उतार-चढ़ाव आने के कारण विश्वास भी टूट जाता है। इंसान कोई पत्थर का या भगवान तो नहीं इंसान आखिर इंसान है लेकिन जानबूझकर किसी का विश्वास नहीं तोड़ना चाहिए। क्योंकि जब विश्वास टूटे तब दिल में बहुत दर्द होता है। और आंखों से आंसू के सिवाय कुछ नहीं बहता है। इसलिए विश्वास तोड़ने से पहले जरूर सोच लें विश्वास आखिर विश्वास होता है। "विश्वास और प्रेम में एक सामानता है, दोनों में से कोई भी जबरदस्ती पैदा नहीं किया जा सकता।" "विश्वास, वादा, संबंध और दिल इन चारों में से कभी किसी का ना तोड़े टूटने पर यह आवाज पैदा नहीं करते सिर्फ अत्यधिक दर्द और दर्द ही पैदा होता है।" "दुनिया में सबसे आसान काम है विश्वास खोना, और सबसे कठिन काम है विश्वास पाना और उससे भी कठिन है विश्वास को बनाए रखना।लेकिन हमें हमें इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि अगर हम किसी व्यक्ति पर विश्वास करते हैं और कोई हमसे उस व्यक्ति के बारे में कुछ भी बोले तो हमें बिना जांच पड़ताल के आंख बंद कर दूसरों की बात पर विश्वास नहीं करना चाहिए इससे संबंध खराब होते हैं या सामने वाले से पूछे कि सच क्या है और झूठ क्या है और अपने तर्क के आधार पर सोचें पर विश्वास को खोने से बचें।
-Hameson girraj