वो तेरा कल थी,मैं तेरा आज हूँ...
वो थी बेवफाई की हस्ती,
मैं वफ़ा का ताज हूँ..
जब तक सांसें चलेंगी,
तब तक साथ निभाऊँगी...
चाहे कितना कर ले रुसवा,
तेरे संग संग चलती जाऊँगी..
वादा जो किया है मैंने,
ना छोडूंगी तेरा साथ...
बस साथ चलता रह,
हाथों में डाले हाथ..
बस इतना याद रख,
गुरूर काम ना आएगा....
जैसा तू बोयेगा,
वैसा ही फल पाएगा..
वक़्त का पहिया है ये,
चलता जाएगा...
जहाँ से शुरू हुआ है,
वहीं पर आ थम जाएगा..
इसीलिए विनती है तुमसे,
ऐसा तुम व्यवहार करो...
दिल को जो यूँ छू जाए,
इतना तुम प्यार करो..
इतना तुम प्यार करो।।
- कंचन रौतेला रावत