पर्यावरण दिवस विशेष
पर्यावरण को दिवस मनाने तक सीमित करना/रहना उचित नहीं। हमें हमारे आस-पास के हर पर्यावरणीय पहलू के प्रति निरन्तर सजग होना पडेगा।हम प्रकृति से केवल लेते ही जा रहे हैं।देते कुछ भी नहीं हैं।यदि कुछ दे रहे हैं तो वह है कोरा प्रदूषण।हमें हमारी जिम्मेदारी तय करनी होगी। केवल प्रकृति के अविवेकी दोहन करने के भाव के ऊपर विवेक के साथ पुनः लौटाने के भाव जागृत करने होंगे,तभी हम हमारी अगली पीढी हेतु शुद्ध साँसों की व्यवस्था कर पाएँगे।
"आओ!मिलकर संकल्प करें हम।
प्रकृति का अतिदौहन बंद करें हम।।"
पर्यावरण दिवस की हार्दिक बधाई संग शुभकामनाएँ...
सादर सस्नेह....
©डॉ.अमित कुमार दवे, खड़गदा