•?((¯°·..• कलम-ए-इश्क •..·°¯))؟•

अरसे बीत गए है लेकिन जैसे ,
कल की ही बात हो "पागल"

हाय, 🤦🏼‍♀
देखकर बताओगे क्या
अच्छा सुनो
तुम्हे क्या नाम दे,
रावण के 10 सर जैसे होते है,
वैसे ना तुम्हारा नाम सही है
बहुत होते है और हर जगह होते है।।
तुम्हारे सोंग चुरा लिए हमने
तुम ना कभी रिप्लाइ नहीं देते😡
शर्माते बहुत हो,
रुको मुझे चलाने दो,
कैसे किया तुमने,
हमको नहीं बताओगे,
और आखिर में ,
तुम सब जानते हो फिर भी।।



🖊️☕𝒦𝒶𝓁𝒶𝓂-𝒜𝑒-𝐼𝓈𝒽𝓀 ☕🖊️

Hindi Shayri by પ્રેમ નો જોકર : 111698695
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