वक़्त बहोत गुजर चुका है, उनसे मुलाकात नहीं हुई,
याद बहोत आते है पर बात नहीं हुई।
न जाने क्यूं अकेले हो गए है हम, जबसे जमाने के बारे में सोचने लगे है हम।
खुश तो सभी है हमसे, बस हम ही रूठे हुए है हमसे।
कोई पल नहीं जाता कि तुम याद नहीं आते, कहना छोड़ दिया है हमने क्योंकि अब तो तुम भी साथ नहीं देते ।
- नूपुर 💙 17/04/2021