"तुम्हारी खुशबू"
चाहता हूं भर लू सांसों में
खुशबू तुम्हारे सांसों की।
जिससे करीब ना होने पर भी
एहसास होता रहे तुम्हारे होने का।
मेरे जिस्म का हर एक कतरा
दिल में जज्ब कर लेना चाहें,
तुम्हें और तुम्हारी यादों को इस तरह
कि ना रहे खौफ कोई
फिर कभी तुम्हे खोने का।।
© रवि प्रकाश सिंह"रमण"