कोई सच नहीं बोलता आईने की तरह।।
कोई साथ नही देता परछाई की तरह।।
सब के सामने रोने से लोग कमजोर समझते हैं।।
सब के सामने हँसने से लोग पागल समझते हैं।।
आगे बढ़ने से लोग अहंकार का नाम देते हैं।।
पीछे रेहने से लोग काम चोर केहते है।।
साथ देने पर लोग वाह वाह करते हैं।।
साथ ना दो तो लोग ताना मारते हैं।।
केहते है छोटी सी जिंदगी है क्या लड़ना क्या जगड़ना,
साथ रेह कर साथ चलना,ऐक दूसरे को माफ़ करना।।
पर शरुआत में क्यू करू तुम करो,
माफी में क्यू मांगू तुम मांगो,
और ऐसे ही जिंदगी.......💐💐💐