प्यार भरा समा था...
अपनी ही दुनिया में खुश...
वो बचपन भी कितना खूबसूरत था...
वो झगड़े वो भोलापन...
ना किसी बात का गम...
अपनी ही खुशी में मदमस्त...
रहा करते थे हम...
छुट गया वो बचपन...
रह गई सारी यादे...
समझदारी का वो घूंट...
पिलाया इसकदर इस समय ने....
भूल गये वो बचपन...
भूल गये वो भोलापन...!!
*POOJA*