*प्रातः वंदन* 🙏🏽
*सुख व् दुःख का दाता*
*ईश्वर नहीं है*
*ये सब तुम्हारे द्वारा ही*
*दिए और लिए जातें है*
*यह विश्व तो अंतर संबंधों*
*से जुड़ा है आप जो देते हो*
*वही वापस आता है*
*किसी जीव का वध*
*अपने स्वयं का वध है*
*जीव पर की गई दया*
*स्वयं पर की गई दया है*
*अस्तित्व तो हमारे ही*
*कर्मों की प्रतिध्वनि है*
*आप जो करते हो वह*
*कई गुणा हो कर आप*
*पर लौटता है*
🌹 *सुप्रभात* 🌹