करो मनमानी एक दिन छोड़कर चली जाऊंगी..
मत करो बात एक दिन इसी बात पे रूला जाऊंगी..
मत सुनो आज मेरी बाते..एक दिन इस आवाज के लिये तरसा जाऊंगी ..
समझो मुजे दुश्मन अपना..एक दिन इसी दोस्ती के लिये तड़प जाओगे..!!
मत करो आज कद्र हमारी..एक दिन इसी बात का अफ़सोस करा जाऊंगी ..!!
करो आज ignor हमें ..एक दिन इसी बात पे बैचेन कर जाऊंगी...
मत समझो आज हमें .. एक दिन हमेंशा के लिये वास्ता तोड़ जाऊंगी..एक दिन हमेशा के लिये छोड़ जाऊंगी ...!!
याद रखना तुम तुम्हारे इस behavior पर एक दिन तुम खुद.. पछताओगे ..
बददुआ मत समझना इसे इस दिल ने हर वक़त तेरे लिये दुआ मांगी है..बस हकिकत से वाकिफ़ कर रही हू..
भले ही तू दर्द मे ही साथ था मेरे..मैने तेरे साथ से पहले भी तेरी खुशी मांगी है....
वैसे तो उम्मीद छोड़ने वालो मे से नही हूं में ..मगर अब ज्यादा वहम मे जिना भी नही चाहती में ...
अगर तेरा मन नही है तो अब तुझसे जुड़े रहेना भी नही चाहती में .....
शायद नही समझेगा तू मुजे..पर अब तुजे समझाना भी नही चाहती में ..!!
जा आज से तुजे रिहा किया हो सके तो तेरी यादों से मुजे भी रिहा कर जाना तू...
नही करेंगे आज के बाद फिक्र भी तेरी....जिक्र का हक तो तू छिन ही चुका था हमसे.....
ना जाने कौन सी चीज़ थी जो बार बार खिच लाती है इस दिल को तेरी और..मगर अब दिल पर यक़ीन करना भी छोड़ देंगे हम ..!तू फिक्र ना कर अब तेरा जिक्र करना भी छोड देंगे हम..
खुद पर यक़ीन था की एक दिन तू हमे समझेगा जरूर..ज्यादा कुछ नही अब खुद पे यक़ीन करना भी छोड देंगे हम..
कोई नही मरता किसीके बिना..मगर कोई जी कर भी जी नही सकता..अपने प्यार के साथ के बिना .. जानती हूं इस बात से बखुबी वाक़िफ़ है तू..!!
फिर भी छोड़ गया हमे उसी मोड़ पर बस इसी बात से हेरान हूं मे..
जा तू खुश रहे ज़िंदगी भर बस यही आखरी दुआ देती हूं में ..अब ना सुरु करूंगी कभी सामने से ये कहानी ..जब तक ना चाहेगा तू..!!!
...પ્રિયંકાબા ઝાલા....