Hindi Quote in Book-Review by ओमप्रकाश प्रकाश

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विज्ञान की रोचक बाल कहानियों का खजाना

पुस्तक: रोचक विज्ञान की बाल कहानियां
कहानीकार: ओमप्रकाश क्षत्रिय 'प्रकाश' 9424079675
समीक्षक: हितेंद्र हिब्रू 8827985775
प्रकाशक: रवीना प्रकाशन, सी -316 , गली नंबर- 11 गंगा विहार, दिल्ली -110094 मोबाइल 92 0512 7294
पृष्ठ संख्या : 64
मूल्य: ₹100

विज्ञान जितना जटिल है उतना ही सरल है। यदि इसे रोचक ढंग से व्यक्त किया जाए तो बहुत सरल हो जाता है। इस के तथ्यों को कहानी में पिरो दिया जाए तोवे सरल और रोचक हो जाते हैं । साथ ही उसकी रोचकता में दोगुनी वृद्धि हो जाती है ।

विज्ञान कथा इसी लिहाज से बच्चे बहुत पसंद करते हैं। अगर कथाएं मनोविज्ञान और बच्चों की समझ को ध्यान में रखकर लिखी जाती है तो उस में रोचकता, मनोरंजकता और सरलता का समावेश हो जाता हैं। उस में व्यक्त तथ्यों की अभिव्यक्ति सहज ही हो जाती है।

प्रस्तुत समीक्ष्य पुस्तक - रोचक विज्ञान बाल कहानियाँ, के कहानीकार ओमप्रकाश क्षत्रिय 'प्रकाश' ने यह कार्य बहुत ही रोचक, सरल और मनोरंजन ढंग से किया है। इस कहानी संग्रह के कहानीकार एक प्रसिद्ध बाल साहित्यकारऔर पेशे से शिक्षक हैं । जिनकी कहानियां विभिन्न बाल पत्रिकाओं में प्रमुखता से छपी रहती है ।

प्रस्तुत संग्रह में कहानीकार की 16 कहानियाँ संग्रहित है। जिसमें 'कुएं को बुखार' जैसी रोचक कहानी में कुएं के पानी और उस के ठंडागरम होने की धारणा को बहुत ही सरलता से और रोचक ढंग से अभियुक्त किया गया है। 'बादल मर गया', में प्रदूषण की भयावहता को इंगित किया गया है । 'वजन गायब हो गया', अंतरिक्ष यात्री की भारहीनता को अभिव्यक्त करती है । 'होमटौ', एक रोचक आत्मकथात्मक शैली की कहानी है। इसके अलावा इस संग्रह की अधिकांश कहानियां बच्चों में सूझबूझ, उत्सुकता, मनोरंजन, जिज्ञासा के साथसाथ बहुत कुछ सीखने के उद्देश्य को लेकर चलती है ।

समस्त कहानियां रोचक और मनोरंजक बाल कहानियाँ हैं । विज्ञान कहानियों में ये विभिन्न पत्रिकाओं में प्रकाशित हो कर सराही गई है। पेशे से शिक्षक कहानीकार ने बच्चों के मनोविज्ञान क ध्यान में रखकर इन कहानियों को लिखा है । जिसे एक बार पढ़ना शुरु करने के बाद अंत तक पढ़ना नहीं छोड़ता हैं ।

समीक्षा पुस्तक साफ-सुथरी प्रकाशित की गई है । कहानी के अक्षर थोड़े छोटे हैं । इन्हें थोड़ा बड़ा होना चाहिए। बाकी के पुस्तक स्वागत योग्य है, इसकी जितनी प्रशंसा की जाए कम है। मूल्य वाजिब हैं ।
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Hindi Book-Review by ओमप्रकाश प्रकाश : 111246639
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