।।प्रणाम।।
"विडम्बना"
महात्मा तिलक,
गोपाल कृष्ण गोखले,
लाला लाजपतराय,
विपिनचन्द्र पाल,
महामना मदनमोहन मालवीय,
नेताजी सुभाष चन्द्र बोस,
के
गौरवशाली परम्परा
की
वाहक होने का
दावा करने वाली
देश की तथाकथित सबसे पुरानी
राजनीतिक पार्टी
एक खानदान की पुश्तैनी
जागीर,
तथा उसके नेता और कार्यकर्ता
पुश्त दर पुश्त
उस खानदान के वारिसों
की विरुदावली गाने वाले
चारणों का समूह
बनकर रह गये है।