आत्मनिर्भर हूं, हौसला रखूंगा, रंग दूंगा खुद को जुनून के गुलाल से ।
शपथ लिया हूं ना रुकूंगा अगर टकराव हो भी जाए किसी मजबूत ढाल से।
खुद का किस्मत खुद लिखूँगा, निराश नहीं हूंगा कुछ क्षण के बुरे हाल से।
बदन भीग भी जाए लहू के कारण, न घबराउंगा कभी, यदि सामना हो भी जाए किसी डरावने काल से ।।
----Akash