असुर सम्राट “परम भागवत भक्त प्रह्लाद” का संपूर्ण इतिहास जाने👇🏻
https://www.matrubharti.com/novels/38431/param-bhagwat-prahlad-ji-by-praveen-kumrawat
विवरण : भारतवर्ष के ही नहीं, सारे संसार के इतिहास में सबसे अधिक प्रसिद्ध एवं सबसे अधिक महत्त्वपूर्ण वंश यदि कोई माना जा सकता है, तो वह हमारे परम् भगवत भक्त दैत्यर्षि प्रहलाद का ही वंश है। सृष्टि के आदि से आज तक न जाने कितने वंशों का विस्तार पुराणों और इतिहासों में वर्णित है किन्तु जिस वंश में हमारे महाभागवत् का आविर्भाव हुआ है, उसकी कुछ और ही बात है। इस वंश के समान महत्त्व रखने वाला अब तक कोई दूसरा वंश नहीं हुआ और विश्वास है कि भविष्य में भी ऐसा कोई वंश कदाचित् न हो।
प्रह्लाद जी ने अपने पिता हिरण्यकशिपु के अत्याचारों का सामना किया और भगवान विष्णु में अपनी अटूट भक्ति के कारण वे प्रसिद्ध हुए। उनके पुत्र विरोचन और पौत्र राजा बलि भी महान राजा और भक्त हुए, जिन्होंने अपने-अपने समय में धर्म और न्याय की स्थापना की। इसलिए, प्रह्लाद जी और उनके वंशजों की महानता उनके भगवान विष्णु के प्रति अटूट भक्ति, धर्म और न्याय के प्रति समर्पण और अपने-अपने समय में प्रजा के कल्याण के लिए किए गए कार्यों के कारण है।