"तेरे नाम की जब खुशबू आई,
हवा तक ने रुख़ बदल लिया।
जिस पल तुझसे आँख मिली थी,
क़िस्मत ने हाथ मचल लिया।
ना कोई शिकवा, ना कोई गिला,
तेरे प्यार ने सब सिखा दिया।
जो अधूरा था मेरे अंदर,
तेरी एक हँसी ने पूरा कर दिया।
अब ना कोई मंज़िल चाहिए, ना कोई रास्ता,
तू साथ है, तो हर मोड़ लगने लगा आसरा।
तेरे बिना जो धड़कता था दिल,
आज सिर्फ़ तुझमें ही बसने लगा।
लोग कहते हैं इश्क़ दर्द देता है,
पर तेरा नाम तो मेरी दवा बन गया।
शुक्र है उस पल का, जब तुझसे मिला,
क्योंकि उस रोज़ मेरा ख़ुदा बन गया।।