तेरे नाम की ख़ुशबू 🌸
— एक प्रेम कविता
तेरे नाम की ख़ुशबू अब हर सांस में बसती है,
हर पल की तन्हाई भी अब तुझसे ही जुड़ती है।
चाँद भी अब तुझसे कम नहीं लगता,
तेरी हँसी में ही मेरा सुकून रहता।
बेमौसम बारिश बन के तू बरस गया,
मेरे सूखे दिल को प्यार से तरस गया।
तेरी बातें, जैसे मीठी सी धुन,
हर पल तुझमें ढूँढूं मैं अपनी धड़कन का जुनून।
तेरा साथ मिले या न मिले,
तेरी यादें ही अब मेरा जहान बने।
तू पास हो तो दुनिया रंगीन लगे,
और दूर हो तो तुझी में दिल कहीं खो जाए।