मैं और मेरे अह्सास
बयार
झूमती बयार कानों में ये क्या कह गए?
नशीली रात ख़्वाबों में ये क्या कह गए?
निगाहों से जाम पिलाते रह्ते रातभर तो l
छलकी शराब प्यालों में ये क्या कह गए?
महफ़िल में यार दोस्तों के बीच इशारों से l
आज अनकहे लफ़्ज़ों में ये क्या कह गए?
सखी
दर्शिता बाबूभाई शाह