तुझे तेरे ही बंधनों ने रोका है,
तूने खुद ही खुद को रोका है,
आजाद कर खुदको और खुली हवाकों महसूस कर,
तेरे लिए पूरा आसमान है।
है तेरे पास अपने पंख तो,
क्या जरूरत है तुझे किसी के साथ की,
है तेरे पास अपनी सोच तो
क्या जरूरत है तुझे किसी के अभिप्राय की,
है तेरे पास अपना आत्मविश्वास तो,
क्या जरूरत है तुझे किसी के विश्वास की,
है तेरे मै कुछ बात ये तू जानती है तो,
क्या जरूरत है तुझे किसी भी वाह वाह की,
तुझे तोड़ने तेरे आसपास हर कोई है,
तुझे हिम्मत देने हौसला देने सिर्फ तू है अकेली,
जब दुनिया तेरे खिलाफ हो जाए तो,
डरना कभी मत,
शेर को मात देना अकेले इंसान की बात तो है नहीं,
वो झुंड बना करके तुम्हे शिकार करने आएंगे मेरे दोस्त।
कर यक़ीन खुद पर की तेरी फतेह होगी,
खुद को बना एक योद्धा की सदैव तेरी ही विजय होगी।
सच पर चलने वाला इंसान हमेशा अकेला ही होता है,
ओर तेरी इस जंग की केवल तू ही साक्षी होगी।
तो पंखी बन कर उड़ पूरे आसमान में,
क्यूंकि यही तेरी जगह है, ओर यही तेरा बसेरा।