#Tea
चाय है यारों मोहब्बत नहीं जो बेवफा हो जाएगी।
हर किसी के लिए नहीं डाली जाती।
जिसके न मिलने पर दिन अधूरा लगता है !
तलब बेचैन कर ही देती है...।
सुबह की शुरुआत गर्मागर्म चाय के प्याले के साथ हो तो पूरा दिन बन जाता है.
ये चाय ही तो है जो अपनों को अपनों से जोड़ती है.
दोस्ती के न जाने कितने किस्से, कितनी यादें उन्हीं नुक्कड़ों पर तो बनती बिगड़ती हैं जहां चाय के प्याले बंटते चले जाते हैं.