जब तुम दिखे थे पहली बार
मुझे नहीं पता वो पल इतना ख़ास क्यों था,
पर जैसे ही मैंने तुम्हें देखा—
मेरी दुनिया एक सेकंड के लिए रुक गई थी।
तुम कुछ अलग नहीं कर रहे थे,
बस अपनी ही दुनिया में चलते हुए आए थे,
लेकिन मेरे दिल ने उसी वक्त
तुम्हें पहचान लिया था।
तुम्हारी मुस्कान…
तुम्हारी आँखों की वो हल्की चमक…
और तुम्हारे चेहरे पर फैली वो सादगी—
सब कुछ इतना सच लगा,
इतना अपना,
जैसे मैं तुम्हें पहली बार नहीं,
कई जन्मों बाद देख रही हूँ।
उस दिन के बाद से,
मैंने हजार बार खुद को समझाया कि
ये सब बस एक एहसास है…
पर हर बार जब तुम सामने आते हो,
दिल फिर वही गलती कर देता है—
थोड़ा ज़्यादा तेज़ धड़कने की,
थोड़ा और तुम्हें देखने की,
थोड़ा और गिरने की…
तुम्हारी तरफ।
तुम्हारे साथ कोई बड़ा moment नहीं हुआ,
कोई फिल्मी scene नहीं,
लेकिन तुम्हें देखना भी
मेरे लिए किसी छोटी-सी दुनिया को पूरा कर देता है।
शायद तुम नहीं जानते,
पर जब तुम दिखे थे पहली बार—
मेरी रूह ने चुपचाप
तुम्हें पसंद करना शुरू कर दिया था।
Payal