इस दुनिया में कोई भी संतुष्ट नहीं है क्योंकि ….
गरीब को पैसे कमाने की चिंता, अमीर को पैसे सहेजने की चिंता, कुँवारों को शादी करवाने की चिंता, शादीशुदा लोगों को शादी बनाए रखने की चिंता,
संतुष्टि चाहिए तो खुद को खोजो, तुम सबसे अनूठी कृति हो । ख़ुद से तुलना करके ख़ुद को बेहतर बनाओ ।
- उषा जरवाल