.....हर एक व्यक्ति अपने आप में निराला है।
किसी विशेष व्यक्तित्व की पहचान होने तक ,
तब तक जब तक उसे अपने खो जाने का बहाना न मिल जाए।
यह रिश्ता कोई भी हो सकता है,
जैसे किसी अचल वस्तु में समाई हुई ऊर्जा को ,
गतिज ऊर्जा से गतिमान किया जाए।
वह उस बल के समान है,
जिसे महत्व मिल जाता है।
हर एक के जीवन में ऐसे व्यक्ति ,अवश्य होते है,
जरूरी है उन्हें सम्हाले रखने की🌿😊शुभ रात्री।