गुनाह हो गया 🥺😔
मुस्कुराना मेरा गुनाह हो गया
दुनिया की नजर में ये जुल्म हो गया
क्या मेरा लड़की होना गुनाह हो गया
टोका टाकी है कपड़ों पे मेरे
क्या दुनिया की नजर इतनी गिर गईं
के मेरा हर एक कपड़ा गंदा हो गया
क्या मेरा लड़की होना गुनाह ही गया
रस्ते में झुकके छल नाराज़ मैं अपनी
क्या मैने किसी का कत्ल कर दिया
रोज ये चेहरे गंदी नजर से देखते है मुझे
जीते जी मौत से वाकिफ कर दिया
क्या मेरा लड़की होना गुनाह हो गया
घर की चार दिवारी मै मुझे बांध दिया
कोई मेरे पंख कट ले गया
क्या मैं लड़की हु ये मेरा गुनाह हो गया
सीना तन चलते है ये लड़के
लड़के होके इन्होंने अहसान कर दिया
खुदकी बहनों की करते इज्जत
दूसरी की बहनों को मजा बन लिया
क्या मेरा लड़की होना गुनाह ही गया
लड़कों को सीखते दुनिया से लड़ना
किससे ना डरना ना जुर्म सहना
फिर क्यों बेटियों को चुप करके बेबस बना दिया
अपने हालतों पे बस रोना सिखा दिया
क्या सचमे लड़की होना गुनाह हो गया
लड़की-लड़के मै न कोई भी
बराबरी क्यों कहते मां बाप हमसे
किसी और की अमानत है तू
वो कहते किसी और की बेटी है तू
कोई कहे मुझसे आखिर मैं हु किसकी
क्या मेरा न कोई अस्तित्व है
बस टुकड़ों मै बता गया मुझे
क्या मेरा लड़की होना गुनाह हो गया