कोई एक व्यक्ति👰-महादेव
मैं 🥷- हर हर महादेव
वह व्यक्ति 👰-क्या नाम है आपका ?
मैं 🥷-नाम पूछ कर क्या करेंगे ?
वह व्यक्ति 👰-नाम पूछ रहीहू आपका ।
मैं 🥷-मेरा नाम जानकर क्या करेंगी?
एक बदनसीब हूं मेरे हक में दुआ करेंगी?
वह व्यक्ति👰- क्या क्या बदनशीबी है?
मैं🥷 - मिल नहीं सकता उसे।
वह व्यक्ति👰- क्या मतलब है?
मैं🥷 - मत पूछो मेरे प्यार की कहानी
वह व्यक्ति👰 - किसी से मोहब्बत करते हो ?
मैं🥷 - हां लेकिन मिली नहीं?
वह व्यक्ति🥷 - सच में कौन है वह कैसा प्यार है आपका ?
मैं 🥷- कैसी दुनिया है कुछ करें ना तो ताने देती है कुछ करें तो उसका सबूत मांगती है ।
वह व्यक्ति 👰- उसे पता है ? की प्यार करते हैं आपउससे
मैं🥷 - बताने की कोशिश तो की थी
वह व्यक्ति👰- कैसी कोशिश ?
मैं 🥷- खत लिखा था
वह व्यक्ति👰 - क्या लिखा था खत में ?
मैं 🥷- हूं जो बेनाम अगर तो मेरा नाम हो तुम
सुबह अगर मैं हूं तो मेरी श्याम हो तुम
होता अगर तनाव में तो मेरी हम कलाम हो तुम
जो करते हैं हम हर घड़ी वही काम हो तुम
जिस दिन हो गे मुकम्मल वही आयाम हो तुम
तेरे इश्क की सूरत में जो मिला वही इनाम हो तुम
थक जाने से जो होगा हमारा वही आराम हो तुम
सिर्फ दिल ही नहीं मेरा तमाम हो तुम
वह व्यक्ति👰 - वाह क्या बात है
मैं🥷 - मेरी सारी बातें सिर्फ वही है
वह व्यक्ति 👰- फिर क्या जवाब था उसका ?
मैं 🥷- पता नहीं
वह व्यक्ति 👰- पता नहीं मतलब ?
मैं🥷 - जवाब की राह में बैठे तो हमभी लेकिन वह फिर हमें कभी मिले ही नहीं
वह व्यक्ति👰 - नहीं मिले वह भी एक जवाब ही हो सकता है लेकिन फिर भी दुआ है हमारी या वो मिले या उसका जवाब
मैं 🥷- हमने भी सोचा था लेकिन मांगी हुई दुआ से दुआ कबूल नहीं होती
वह व्यक्ति👰 - मांगी हुई दुआ !
मैं🥷 - हां मैंने मांगने को कहा था ना
वह व्यक्ति 👰- आपकी मांगी हुई दुआ कब की चली गई यह दिल से निकले दुआ है जरूर पूरी होगी
मैं🥷 - राह देखेंगे
वह व्यक्ति 👰- लगता है आपको उसने शायर बना दिया लेखक बना दिया ?
मैं🥷 - पता नहीं लेकिन अगर लेखक हु तो मेरा हर शब्द सिर्फ वही है अगर शायर हूं तो मेरी हर गजल सिर्फ वही
फिर मिलूंगा
🙏राधे राधे🙏
🙏 महादेव🙏
🙏जय माताजी 🙏
🙏जय रामापीर 🙏