प्यार क्या है...?
ये कोई लफ्ज़ नहीं...
ये तो रूह की वो धड़कन है,
जो बिना आवाज़ के भी सब कुछ कह जाती है।
ये वो एहसास है,
जो किसी की ख़ुशी में खुद को भुला देना सिखा दे,
और किसी की एक आह पर...
आँखों से बरस पड़ने वाला सावन बन जाए।
प्यार वो है...
जो थामे रखे जब सब कुछ छूट रहा हो,
जो टूट कर भी तुझसे जुड़ा रहे,
जिसे तुझमें ही खुदा दिखे…
और तेरी हर कमी में भी कोई ख़ूबसूरती नज़र आए।
प्यार वो है...
जब तेरा नाम सुनकर भी आँखें भीग जाएँ,
जब तू दूर हो, फिर भी दिल तुझसे बात करता रहे।
जब तेरी खामोशी भी शोर लगे,
और तेरे बिना ये दुनिया ही अधूरी लगे।
प्यार वो नहीं जो सिर्फ मिल जाए,
प्यार वो है जो बिछड़ कर भी तुझे दुआ देता रहे।
जो तेरे साथ गुज़ारे हर पल को
ज़िंदगी का सबसे हसीं तोहफा समझे।
प्यार...
वो ख़्वाब है जो खुली आँखों से देखा जाता है,
वो दर्द है जो मीठा लगता है,
वो इंतज़ार है जो हर रोज़ साँझ को तेरी याद में भीगता है,
वो मोहब्बत है...
जो टूट कर भी तुझे बस...
पूरे दिल से चाहता है।
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"प्यार क्या है?"
ये सवाल नहीं...
ये तो तेरा नाम है...
जिसे लेकर मेरी रूह हर पल इबादत करती है।
😭❤️