चाय की चुस्की, सुबह की रवानी,
सपनों की उड़ान, दिल की कहानी।
चाय न होती, तो चाय वाला कहाँ,
उसके बिना अधूरी सी हर सुबह यहाँ।
कड़क चाय में छुपा है जोश,
हर घूँट में जागे देश का होश।
चाय वाला, मेहनत का प्रतीक,
उसकी हिम्मत, हर मुश्किल पर जीत।
आतंक के साये, जो डर फैलाए,
चाय वाले का जुनून उन्हें भगाए।
चाय की भाप, जैसे हौसले की बात,
हर सिप में बस्ती है देश की रात।
चाय न होती, तो न होती ये बातें,
चाय वाले की हिम्मत, जो जगाए मुल्क की रातें।
चाय है प्यार, चाय है बलिदान,
हर चाय वाले में बसता है हिंदुस्तान।