तस्वीर बदल गई है मेरी
अब रोज बातें नहीं होती।
अकेले रहना अब सीख चुकी हूं
मेरी कोई किसी से मुलाकातें नहीं होती।
आप हाले दिल हर किसी को बताना छोड़ दिया
मैं रोई नहीं फिर कभी जब से उम्मीद लगाना छोड़ दिया।
और गम क्या है जिंदगी का
मलाल बस,,,,,लोग आते हैं चले जाते हैैं
रहता कौन यहां मैं मेरा हाल बस!!
आरती 🍁