आओ कुछ नया करते है।
नई आशाओं के दीप जलाते है।
नया साल आया है तो नया सूरज भी लाया होगा
आओ नई रोशनी में पुराने अंधकार को मिटाते है।
कुछ लोग कहते है, आखिर साल ही तो बदला है,उसमें क्या खास है।
वहीं तो बेजान सा दिन है,वही पुरानी काली रात है।
आओ नए उमंग से नए साल को लाते है। जो हालातों से बेबस है उन्हें उम्मीदों पे जीना सीखाते है।
आओ कुछ नया करते है।
नई आशाओं के दीप जलाते है।
- Sarika Sangani