सबसे प्यारा सबसे न्यारा है अपना भारत महान
यहाँ रहते हिन्दू सिख यहूदी ईसाई मुसलमान
काबा काशी काबुल फारस से आये यहाँ इंसान
सब रहते मिलजुल कर और बढ़ाया देश का मान
राम रहीम बुद्ध कबीर ईश ईशु नानक और रसखान
वेद व्यास तुलसी और जायसी ने बनाया इसे महान
देख हमारा रुतबा जयचंद और रजाकार हुए परेशान
इन गद्दारों ने विदेशियों से मिल कर डाली बुरी नजर
देश की न सोच जाति धर्म और परिवार के नाम पर
हिन्द में नफरत फैला कर किया है सर्वत्र दंगा फसाद
ये नहीं मानते देश की चाहे करो इनसे कितने फरियाद
हम भारत वासी सदियों से सबको अपनाते आये
अपनी जाति धर्म में बंट कर हम क्या पाएंगे
बाहर वाले आ कर फिर से हम पर रोब दिखाएंगे
क्यों गैरों के बहकावे में हिन्द को बनाना चाहते ख़ाक
सभी मानते आज विश्व में भारत की है ऊंची नाक
कोई इन्हें समझाए ताकि बनी रहे जग में हमारी साख