देखों कितनी खूबसूरत रात हैं ये
चाँद ने क्या चाँदनी बिछायी हुई हैं
सितारे चमक रहे हैं,
हल्की सी हवा चल रही हैं
अकेलापन हैं, खामोशी हैं,
दर्द हैं ईस रात में
फिर भी कुछ तो बात हैं जो तुम्हारी यादों ने तड़पा के रखा हैं मुझे
ओर
तुम्हारे लौट आना की उम्मीद में जगाये रखा हैं मुझे इस रात ने