साथ साथ चले तो जिंदगी थम जाएगी ।
एकदूसरे को आगे और पीछे रहना होगा ।।
कभी मुझे सब अपने पर लेना पड़ेगा ।
कभी तुम्हें सब अपने पर ढोना होगा ।।
कभी में राह में ठोकर खाकर गिरूंगा।
कभी तुम सांसों को सहारा दोगे ।।
मेरे संभलने की राह तुम भी देखोगे ।
तुम्हारे वक्त का खयाल में भी रखूंगा ।।
बारिश या छांव मिले तो तस्वीर बना लेंगे ।
कभी रेत में सपनो को और निखारेंगे।।
पर कभी रहना मत जाना मेरे पास आकर ।
मिले तो फिर से रास्ते खत्म हो जाएंगे ।।
मिलन सिर्फ नक्श ए कदम की तारीख है।
चलना ही राहों को जिंदा रखता हैं।।
मंजिल भी न हो तो क्या हुआ दोस्त ।
राहें भी मिला न सके तो क्या हुआ ।।
याद रखना बस की जब कदम उठे थे ।
तब हमारा समय और मए एक ही था ।।