जगत का खेल न्यारा है,
हर दिन नया सितारा है।
कभी हंसी, कभी आंसू लाए,
कभी सुख का किनारा है।
वक्त की चाल अनजानी,
फिर भी हम सबको निभानी।
जीवन के इस अनमोल सफर में,
कर्म ही असली पूंजी मानी।
कभी हार, कभी जीत का मेला,
हर पल चलता इसका खेला।
धैर्य और विश्वास के संग,
यह दुनिया है इक झूला झेला।
सपने देखो, कर्म करो,
जीवन में आगे बढ़ते चलो।
जगत का यह खेल अद्भुत है,
नर हर मोड़ पे सीख लेते चलो।
नर