तुम भी अब थोड़ा बदलोना,
क्यों बेवजह परेशान हो,
हे आज भी बहोत सारे मोके,
सब कुछ कर सकते हो तुम,
बस थोड़ा बदलोना खुदको,
खुद ही खुदकी आवाज बनो ना,
थोड़ा पहचानो ना खुदको,
क्यों बेवजह परेशान हो,
अब छोड़ो ना कल को,
कुछ नहीं कल.....
जो आज हे उसे बेहतरीन बनाओना,
कल के पीछे मत भागो,
आज को जियो ना,
खुली सांस लेके जरा देखना,
कितनी खूबसूरत है ये हवाएं..
थोड़ा महसूस करोना,
तुम भी अब थोड़ा बदलोना....
✍️ - शिवदृष्टि