औरत के हाथों अपने आप को चुनना शायद समाज को कुछ ज्यादा पसंद नही आता ,
लेकिन ,
अगर कोई मर्द खुद को चुनता है तो इस बात पे किसी को ऐतराज नहीं होता ,
समाज तो उस दिन स्वतंत्र कहलायेगा जिस दिन मर्द खुद अपने आप किसी औरत को अपने आप को चुनने की आज़ादी देगा ,
ये विवंचना तो इस बात पे हि खत्म होती है
-Piya