खो दिया है खुद को कहीं
तलाश खुद की जारी है।
कभी मिली खुद से.....
तो मिलवाऊंगी तुम से.....
तरास रही हूं खुद के वजुद को
नीखर गई तो मिलवाऊंगी तुम से ....
उलज गये है मसले जिंदगी के
सुलज गये होसले जिंदगी के
तो मिलवाऊंगी तुम से.....
खो दिया है खुद को कहीं
तलाश खुद की जारी है।
- धरा Vyas