* अब मायुस होकर जा रहे हैं ,,
जिस रिश्ते से दिल से जुड़े हम..
* इस तर्हा से बीखरे हे रिश्ते ,,
की केसे समेट पाते हम ?
* जाते गर बता कर आपको ,,
तो शायद ना जाने देते ..
* या खुद ही ना पाते ऐसे ,,
आपकी जिंदगी से हम ..
* इसी लीऐ खामोश हो कर ,,
जा रहे है हमेशा के लीऐ हम ..
* की कही फीर से रुक ना जाऐ ,,
आपकी गुझारीश से हम...
* अब ढूढना नही कीसी गली में ,,
सुकु से सोऐ होंगे कही कब्र में हम ...

अमी...


#Depression

Hindi Poem by ︎︎αʍί.. : 111935605
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