मैं जब तुम्हारे मायुस चहरे को देखता हूँ......
. समंदर ना सही पर एक नदी तो होनी चाहिये,,,
तेरे दिल मे जिन्दगी काही तो होनी चाहिये,,,,
क्यो तु टुट टुट कर जी रही है।
युं गम के आसूं क्यों अकेले पी रही है।।2।।
. जो भी है गम कह दे मुझे....
फिर शायद देर हो जायेगी......
.बिना मेरे रातें ना बित पायेगी,,,,,,
कल भी होगी यही शामें, यही हवाएं, यही तराने,,,,
पर आज का दिन कुछ खास है....
क्योंकि हम साथ है।। 2।।
लेखक: vishal pawar