तुम्हें पाकर लगा कि सबकुछ पा लिया हमने
पर तुम गए तो खुद को ही खो दिया हमने
हार गए हम तुमको पाकर भी मोहब्बत में
जिन्दगी के सफ़र में क्यों तन्हा छोड़ दिया तुमने
किसको दोष देते किससे करते शिकायत भी
अपनी नादानी पर खुद ही रो लिया हमने
Jamila Khatun
-Jamila Khatun